28 जून 2011
जम्मू/श्रीनगर। धार्मिक उत्साह और भगवान शिव की जय-जयकार के साथ वार्षिक अमरनाथ यात्रा मंगलवार को शुरू हो गई। जम्मू एवं कश्मीर के पर्यटन मंत्री नवांग रिगजिन जोरा ने हरी झंडी दिखाकर श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को रवाना किया, जिसमें 2,096 लोग शामिल थे।
अधिकारियों के मुताबिक, इस बार श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रह सकती है, क्योंकि 'कश्मीर घाटी में शांति' है। मंगलवार को भगवती नगर से रवाना होने वाले तीर्थयात्री शाम तक दक्षिणी कश्मीर के पहलगाम और उत्तरी कश्मीर के बलटल आधार शिविर में पहुंच जाएंगे।
अब तक 2,50,000 तीर्थयात्रियों ने यात्रा के लिए अमरनाथ श्राइन बोर्ड में पंजीकरण कराया है। ऐसे लोगों के लिए मौके पर ही पंजीकरण का विकल्प भी खुला है, जो श्रीनगर बिना पंजीकरण के पहुंचे हैं।
तीर्थयात्रियों में खासा उत्साह है। मौसम खुशनुमा होने से उनकी यात्रा और सुखद हो गई है। वहीं सुरक्षा व्यवस्था से वे संतुष्ट नजर आ रहे हैं।
राजस्थान के सीकर की एक तीर्थयात्री शालिनी मीना ने कहा, "कश्मीर घाटी में बहुत अच्छा मौसम है। यह भगवान शिव का आशीर्वाद है। ये तीर्थयात्रा की सफलता के संकेत हैं।"
यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। प्रशासन इसमें किसी तरह की चूक नहीं चाहता। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "सभी सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।"
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू एवं कश्मीर पुलिस जम्मू से दो आधार शिविरों तक तीर्थयात्रियों का मार्गरक्षण कर रही है। पवित्र गुफा तक जाने के रास्ते में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए करीब 30,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
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